Yoga for One Earth, One Health थीम का महत्व
- एकता और संतुलन: “One Earth, One Health” का संदेश दर्शाता है कि जैसे हमारा स्वास्थ्य स्वतंत्र रूप से विकसित नहीं होता, वैसे ही धरती का स्वास्थ्य भी हमारे कार्यों से प्रभावित होता है। योग का अभ्यास न सिर्फ व्यक्तिगत तंदुरुस्ती के लिए, बल्कि ग्रह की स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता के लिए भी ज़रूरी है ।
- ग20 विज़न से समन्वय: यह थीम भारत के G20 स्लोगन “One Earth, One Family, One Future” के साथ जुड़ती है, जो वैश्विक सहयोग, मातृत्व और पारिवारिक भावना को बढ़ावा देता है pib.gov.in+1indiatimes.com+1।
🧘 IDY 2025 के महत्वपूर्ण आयोजन
1. Yoga for One Earth, One Health Yoga Sangam
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 जून 2025 को विशाखापत्तनम से ‘कॉमन योगा प्रोटोकॉल’ (CYP) का नेतृत्व किया, जो पूरे भारत में 1 लाख से अधिक स्थानों पर सिंक्रोनाइज़ होकर आयोजित हुआ। अनुमानित 3 लाख लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए, जबकि दो करोड़ से अधिक लोग भागीदारी दर्ज करवा चुके हैं pib.gov.in।
2. 10 सिग्नेचर कार्यक्रम
मंत्रालय और राज्य सरकारों ने Yoga Bandhan, Yoga Park, Yoga Samavesh, Yoga Prabhava, Yoga Connect समेत 10 विभिन्न कार्यक्रम चलाए, जिनमें पर्यावरण, विशेष ज़रूरतों वाले वर्गों, शहरी/ग्रामीण समुदायों और वैश्विक साझेदारी पर जोर था ।
3. वैश्विक पहलें
- यूनाइटेड नेशंस मुख्यालय, न्यूयॉर्क में भी IDY का आयोजन हुआ ।
- भारतीय दूतावासों द्वारा विभिन्न देशों में योग सत्र आयोजित किए गए – जैसे जापान, यूके, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया ।
4. अद्वितीय रिकॉर्ड और जन भागीदारी
- आंध्र प्रदेश में 25,000 आदिवासी बच्चों ने 108 सूर्य नमस्कार 108 मिनट में किया, जो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया timesofindia.indiatimes.com।
- देश भर में 2 करोड़ से अधिक लोगों ने योग का अभ्यास कराया, कई रिकॉर्ड तोड़े गए ।
🎯 थीम के उद्देश्य और संदेश
- व्यक्तिगत और ग्रह स्वास्थ्य का मेल:
- स्वयं का वजन घटाना, मानसिक शांति प्राप्त करना वहीं साथ ही पर्यावरण संरक्षण, स्थायी जीवनशैली अपनाना—ये सब “One Earth, One Health” का मूल संदेश है ।
- योग को जीवनशैली में शामिल करना:
- ‘हर घर योग, हर दिन योग’ (Every Home Yoga, Every Day Yoga) जैसे सन्देशों से मनुष्य को नियमित रूप से योग के साथ जोड़ने का प्रयास किया गया है indiatimes.comnavbharattimes.indiatimes.com।
- वैश्विक दृष्टिकोण:
- यह दिन केवल भारत में नहीं बल्कि पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है, जिससे योग का वैश्विक स्तर पर सकारात्मक स्वास्थ्य प्रभाव दिखाया जा सके ।
- पर्यावरण जागरूकता:
- Harit Yoga जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से योग और प्रकृति के संरक्षण का संदेश एक साथ दिया गया है|
📅 क्यों 21 जून?
- ग्रीष्म संक्रांति (Summer Solstice), यानी उत्तरी गोलार्ध का सबसे लंबा दिन – यह दिन प्रकाश और ऊर्जा का प्रतीक है। इसी कारण 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में चुना गया था ।
- इस दिन की प्राकृतिक ऊर्जा को ध्यान में रखें तो यह योग और प्राकृतिक संतुलन का आदर्श समय होता है ।
📈 आयोजन का प्रभाव
- भारत में 24.53 करोड़ से ज्यादा लोगों ने योग दिवस 2024 तक मिलकर मनाया – यह वैश्विक स्वास्थ्य आंदोलन बन चुका है pib.gov.in।
- ग्रामीण, आदिवासी, महिला और विशेष जरूरतों वाले वर्गों में योग को लोकप्रिय बनाना सरकार की योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा ।
📝 निष्कर्ष
“Yoga for One Earth, One Health” थीम हमें याद दिलाती है कि योग सिर्फ व्यायाम नहीं बल्कि समग्र जीवन प्रणाली है—जो हमें व्यक्तिगत रूप से स्वस्थ बनाता है और साथ ही पृथ्वी को संरक्षित करने में भी योगदान देता है।
इस साल का अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सिर्फ एक दिन का जश्न नहीं, बल्कि एक संदेश है—हम सभी का स्वास्थ्य एक दूसरे से जुड़ा है; मंथन करें, योग करें, और पृथ्वी को भी स्वस्थ बनाएं।